एक तूफान की संवहनी उप्ड्राफ्ट इस कतरनी हवा को एक गोलाकार अभिविन्यास को ऊपर से एक किनारे से उठाता है (धरती के समांनानतर और सतह से लम्बवत) जिसके कारण सारा का सारा उपद्रफ्त एक ऊर्ध्वाधर स्तम्भ के रूप में घूमता है.
2.
मेसोसाईंक्लोनेस तब बनते है, जब हवा की गति तीव्र हो बदलाव और/या ऊँची के साथ दिशा ('हवा कतरनी')निर्देश होकर वातावरण के निचले भाग में नाली रुपी गोले में घूमते हुए एक अंश स्थापित करते हैं.एक तूफान की संवहनी उप्ड्राफ्ट इस कतरनी हवा को एक गोलाकार अभिविन्यास को ऊपर से एक किनारे से उठाता है (धरती के समांनानतर और सतह से लम्बवत) जिसके कारण सारा का सारा उपद्रफ्त एक ऊर्ध्वाधर स्तम्भ के रूप में घूमता है.मेसोसाईंक्लोनेस सामान्य रूप से अपेक्षाकृत स्थानीयकृत हैं: वे संक्षिप्त पैमाने(सैकड़ों किलोमीटर) और सू्क्ष्म पैमाने (सैकडों मीटर) के बीच स्थित होते है.
3.
मेसोसाईंक्लोनेस तब बनते है, जब हवा की गति तीव्र हो बदलाव और/या ऊँची के साथ दिशा ('हवा कतरनी')निर्देश होकर वातावरण के निचले भाग में नाली रुपी गोले में घूमते हुए एक अंश स्थापित करते हैं.एक तूफान की संवहनी उप्ड्राफ्ट इस कतरनी हवा को एक गोलाकार अभिविन्यास को ऊपर से एक किनारे से उठाता है (धरती के समांनानतर और सतह से लम्बवत) जिसके कारण सारा का सारा उपद्रफ्त एक ऊर्ध्वाधर स्तम्भ के रूप में घूमता है.मेसोसाईंक्लोनेस सामान्य रूप से अपेक्षाकृत स्थानीयकृत हैं: वे संक्षिप्त पैमाने(सैकड़ों किलोमीटर) और सू्क्ष्म पैमाने (सैकडों मीटर) के बीच स्थित होते है.